राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के राष्ट्रीय महासचिव रह चुके तारिक अनवर ने पार्टी से नाता तोड़ने के बाद आज कांग्रेस ज्वाइन कर लिया है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से मिलने के बाद तारिक ने ये फैसला लिया, जिसका राहुल गांधी ने स्वागत किया है। यह कांग्रेस में उनकी ‘घर वापसी’ है। अनवर ने यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी के विदेशी मूल के मुद्दे पर एनसीपी चीफ शरद पवार का साथ देते हुए 1999 में कांग्रेस छोड़ दी थी।
बता दें कि तारिक अनवर ने अचानक एनसीपी से इस्तीफा देकर सबको चौंका दिया था। तभी से उनके कांग्रेस ज्वाइन करने के कयास लग रहे थे, जिसपर आज मुहर लग गई।
Delhi: Former NCP leader Tariq Anwar joined Congress in presence of party president Rahul Gandhi pic.twitter.com/hRiY1pzTji
— ANI (@ANI) October 27, 2018
एनसीपी के महासचिव और बिहार की कटिहार लोकसभा सीट से सांसद तारिक अनवर ने 28 सितंबर को पार्टी और लोकसभा दोनों से इस्तीफा दे दिया था। इस्तीफे के पीछे तारिक अनवर का तर्क था कि एनसीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार ने राफेल मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का समर्थन किया था। इसी से नाराज़ होकर तारिक अनवर ने इस्तीफा दिया था। तारिक अनवर ने एनसीपी छोड़ने के अपने फैसले पर कहा था कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार ने पीएम मोदी को लेकर राफेल डील पर जो बयान दिया था, वो मुझे ठीक नहीं लगा।
कौन हैं तारिक अनवर?
तारिक अनवर एनसीपी के बड़े नेताओं में से एक थे वह बिहार की कटिहार सीट से कई बार लोकसभा का चुनाव जीत चुके हैं। तारिक अनवर एनसीपी के संस्थापक सदस्यों में से एक थे। हालांकि सियासत की शुरुआत उन्होंने कांग्रेस पार्टी से की थी। 1980 में वह पहली बार कटिहार लोकसभा से निर्वाचित हुए थे। वह भारतीय यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर भी रहे। सोनिया गांधी के विदेशी मूल के मुद्दे पर शरद पवार का साथ देते हुए 1999 में तारिक ने कांग्रेस छोड़ दी थी। शरद पवार, पीए संगमा और तारिक अनवर ने मिलकर एनसीपी की नींव रखी थी। यूपीए-2 के कार्यकाल में उन्हें कृषि और खाद्य प्रसंस्करण राज्यमंत्री नियुक्त किया गया था।