जब भी हम धुप के थपेड़ो से परेशान होकर घर लौटते है। सबसे पहले पंखे का स्विच ऑन करते है। पर क्या आप जानते है।
बिजली से चलने वाला पंखा दुनिया में कब आया था?
1880 के दशक में पंखा हमारे बीच आया था।अमेरिकन इंजीनियर Schuyler को पंखे का अविष्कारक माना जाता है। उन दिनों पंखे का ब्लेड मूल रूप से एक विद्युत मोटर से जुड़ा होता था। डैनो का निर्माण पीतल से किया जाता था। पीतल से निर्माण होने का कारन पंखे का मूल्य भी काफी ज्यादा होता था।
1900 के आसपास, ब्लेड डिजाइन बदलने का काम शुरू हुआ। 1910-1920 का दौर पंखों में बड़े बदलाव लाया। 1910 के आसपास, बिजली के पंखे को आवासीय उपयोग में लाया जाने लगा। इन पंखों में छह देने लगे होते थे।पंखा अब मुख्य उपकरण के तौर पर लोगो की जिंदगी में शामिल होने लगा था। आज पंखा प्रगति कर एयर कंडीशन की शक्ल ले चूका है। इसके बावजूद पंखा इंसानो द्वारा उपयोग में लाये जाने वाले सबसे आवश्यक विद्युत उपकरणों में से एक है।