भारत में क्रिकेट को लेकर लोगों में दीवानगी है। वैसे तो भारतीय हर खेल में दिलचस्पी रखते हैं लेकिन क्रिकेट को हमारे देश में सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है। क्रिकेट के हर प्रारूप चाहे टेस्ट मैच हो वन डे या फिर T20 सभी को यहां लोग पसंद करते है। आज हम इस आर्टिकल में बताने जा रहे कि टेस्ट मैच क्या होता है और इसके नियम क्या है।
क्रिकेट की शुरुआत टेस्ट क्रिकेट से हुई है। Test Cricket, क्रिकेट का सबसे लम्बा प्रारुप होता है। यह अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर 5 दिनों तक खेला जाता है। पहला मान्यता प्राप्त टेस्ट मैच 15-19 मार्च 1877 में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) पर खेला गया था।
टेस्ट क्रिकेट जिसे सबसे उच्च दर्जे का फॉरमेट माना जाता है वो पांच दिन तक चलने वाला क्रिकेट खेल है जिसमें दोनों टीमों को दो-दो पारी खेलने का मौका मिलता है। एक दिन में अधिकतर 90 ओवर खेले जाते हैं ।
टेस्ट क्रिकेट के नियम दूसरे फॉर्मेट के क्रिकेट से काफ़ी अलग है…..
फॉलोऑन का नियम
अगर दूसरी पारी में खेलने वाली टीम पहली पारी में टीम द्वारा बनाए गए स्कोर के आधे से कम रन बनाए और दोनों के स्कोर का अंतर कम से कम 200 रनों का हो तो दूसरी टीम को दोबारा खेलना पड़ेगा। इस तरह से पारी के अंतर से हार और जीत होती है।
नई गेंद लेने को लेकर Rules
टेस्ट क्रिकेट में एक दिवसीय क्रिकेट की तरह पारी में एक गेंद नहीं बल्कि एक निश्चित ओवर्स के बाद नई गेंद मिलती है अमूमन 80 ओवर्स के बाद कप्तान नई गेंद ले सकता है।
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वाइड बॉल से संबंधित Rules
टेस्ट क्रिकेट में वाइड लाइन के अंदर ( आगे या पीछे ) की गेंद को सही माना जाता है जबकि एक दिवसीय क्रिकेट में लेग स्टंप या पीछे की गेंद को वाइड माना जाता है।
टेस्ट जर्सी
Test Cricket मुख्य तौर पर सफेद रंग की जर्सी पहन कर खेला जाता है। जब क्रिकेट खेला जाना शुरु किया गया था तब सफेद रंग की जर्सी ही पहनी जाती थी चाहे वो लिमिटेड ओवर क्रिकेट हो या टेस्ट क्रिकेट। सन् 1900 के पहले क्रिकेटरों की ड्रेस निर्धारित नहीं होती थी और वह मैदान में कई बार साधारण कपड़ों के साथ भी उतर जाते थे। लेकिन सन् 1900 के बाद चूंकि क्रिकेट एक प्रोफेशनल खेल के रूप में उभर चुका था इसीलिए क्रिकेट में ड्रेस को तवज्जो दी जाने लगी। क्रिकेट के इस दौर में टेस्ट क्रिकेट का प्रचलन था जो 6 दिन के खेले जाया करते थे और सुबह से शाम तक दिन में खेले जाते थे। दिन में मैदान की धूप से क्रिकेटरों को बचाने के लिए क्रिकेट में सफेद रंग की पोशाक को तवज्जो दी गई और बाद के सालों में क्रिकेट की प्रोफेशनल पोशाक सफेद बन गई।
- क्रिकेट की इस पोशाक को अंग्रेजी शब्द ‘फ्लेनल्स’ के नाम से जाना जाता है।
टेस्ट अवधि
टेस्ट, यह क्रिकेट में किसी भी खिलाड़ी को सही से परखने का सबसे अच्छा फॉरमेट है। यह अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर कुल 5 दिनों तक खेला जाता है जिसें प्रत्येक दिन में तीन सेशन में खेला जाता है। और एक दिन में मानक रुप से 90 ओवर खेले जाते हैं। मगर ऐसा जरुरी नहीं हैं कि दिन में 90 ओवर का ही खेल खेला जाए।
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टेस्ट का दर्जा
अभी तक अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर कुल 12 टीमों को टेस्ट दर्जा प्राप्त हैं। टेस्ट दर्जा प्राप्त होने का मतलब यह है कि अब उस देश के Cricket में जो भी टेस्ट मैच खेला जाएगा वह आईसीसी के अन्तर्गत होगा। आईसीसी वह कमेटी है जिसके अन्तर्गत क्रिकेट से जुड़े सभी फैसले लिए जाते हैं।
बताते चलें कि हाल के दिनों में टेस्ट क्रिकेट के नियमों में बदलाव किए गए हैं। टेस्ट क्रिकेट को आकर्षक बनाने के लिए काफी समय से ये मांग चल रही थी । नए बदलाव में टॉस से लेकर नो बाल और व्हाइट बॉल, चौके और छक्के के साथ आउट होने के तरीको में भी बदलाव होंगे। अगर तापमान 35 डिग्री से अधिक होता है, तो खिलाड़ियों को शॉर्ट पहनने की अनुमति होगी।
यहीं नहीं कमेंटेटर्स फिल्डर्स के घेरे के पीछे खड़े होकर मैच के बारे में बता सकेंगे। इसके अलावा एक गेंद पर दो खिलाड़ी आउट हो सकते हैं। इसके साथ ही अब एक गेंद पर दो खिलाड़ी आउट हो सकेंगे। इसके तहत अगर एक खिलाड़ी कैंच आउट हो जाता है, तो दूसरे खिलाड़ी को रन आउट किया जा सकता है। आपको बता दें कि Test Cricket में पहने जाने वाली जर्सी पर भी खिलाड़ियों के नाम लिखे होंगे, जो 150 सालों के क्रिकेट इतिहास में पहले कभी नहीं हुआ था।