भोजपुरी संगीत को नई राह दिखाने वाले कुमार आलम—त्रिमूर्ति म्यूजिक वर्ल्ड के संस्थापक—आज किसी परिचय के मोहताज नहीं। 8 जुलाई को जन्मे कुमार आलम ने ना केवल अपने अथक संघर्ष से सफलता की इबारत लिखी, बल्कि उभरती प्रतिभाओं को वह मंच भी दिया जिसने उन्हें अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाई।
1. सिर्फ दो साल, पर रिकॉर्ड सफलता
2023 में त्रिमूर्ति म्यूजिकल भोजपुरी की स्थापना के समय शायद ही किसी ने अनुमान लगाया होगा कि यह प्लेटफ़ॉर्म देखते‑देखते इंडस्ट्री की धुरी बन जाएगा। स्वच्छ संगीत के प्रति प्रतिबद्धता और नई प्रतिभाओं को बेझिझक मौका देने वाली उनकी दूरदर्शिता ने असंभव को संभव किया।
2. अश्लीलता से इतर—संस्कारी हिट्स की श्रृंखला
जब बाज़ार में द्विअर्थी गीतों का बोलबाला है, त्रिमूर्ति म्यूजिक वर्ल्ड ने साबित किया कि भावनात्मक, पारिवारिक और भक्ति गीत भी सुपरहिट हो सकते हैं। इनके गानों ने भारत ही नहीं, प्रवासी श्रोताओं में भी भोजपुरी की मिठास घोली है।
3. हर हुनर को मंच, खासकर नई पीढ़ी को
बड़े नामों की चकाचौंध के बीच वे उन गायकों‑गायिकाओं का सहारा बने, जिनके पास केवल हुनर था। खास बात यह कि महिला कलाकारों के लिए उन्होंने एक सुरक्षित, सम्मानजनक माहौल तैयार किया, जिससे कई नई आवाज़ें स्टारडम तक पहुँचीं।
4. आने वाला अध्याय: ग्लोबल सुपरस्टार्स की एंट्री
कंपनी अब खेसारी लाल यादव, पवन सिंह जैसे ग्लोबल फैन‑बेस वाले सितारों के साथ भी काम करने को तैयार है। जल्द ही इनके धमाकेदार ट्रैक इसी बैनर से रिलीज़ होकर भोजपुरिया संगीत को नई बुलंदियाँ देंगे।
5. सांस्कृतिक सरोकार, संगीत के माध्यम से
कुमार आलम मानते हैं कि भोजपुरी केवल भाषा नहीं, संस्कृति और विरासत है। चाहे भक्ति हो, सामाजिक चेतना या पारिवारिक गीत—त्रिमूर्ति के हर प्रोजेक्ट में यह मूल्य स्पष्ट झलकता है।
6. जन्मदिन पर संकल्प—मल्टीमीडिया विस्तार
अपने जन्मदिन पर उन्होंने संकेत दिया कि कंपनी अब संगीत से आगे बढ़कर भोजपुरी फ़िल्में, वेब सीरीज़ और लाइव इवेंट्स के ज़रिए विश्व मंच पर संस्कृति को और दृढ़ता से पेश करेगी।
त्रिमूर्ति म्यूजिक वर्ल्ड का यह सफर सिद्ध करता है कि ईमानदारी, मेहनत और कला के प्रति समर्पण से असाध्य भी साध्य बन सकता है। कुमार आलम को जन्मदिन की अनंत शुभकामनाएँ—आशा है, उनके नेतृत्व में भोजपुरी संगीत निरंतर नई ऊँचाइयों को छुएगा।